किसी भी समाज़ को विकसित करने का प्रयास उस समाज़ की महत्वाकांक्षाओं   के अनुसार ही होना चाहिये। पर अगर आभावों  से  ग्रस्त इतिहास ने उन समाज की अपेक्षाओं को कुंठित किया है तो हमे उनकी अभिलाषा और अपेक्षाओं को बढ़ाना...